दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने लक्ष्मी नगर इलाके से अपह्रत भाई-बहन को तीन घंटे की कड़ी पीछा कार्रवाई के बाद सुरक्षित बचा लिया। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने बच्चों के माता-पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।
घटना का विवरण
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार रात 11:30 बजे एक 3 साल के लड़के और 11 साल की लड़की का उनकी ही कार में अपहरण किए जाने की सूचना मिली थी। बच्चों के पिता ने पुलिस को बताया कि वे शकरपुर इलाके में विकास मार्ग पर एक मशहूर मिठाई की दुकान के सामने कार में बैठे थे। माता-पिता मिठाई खरीदने दुकान के अंदर गए थे, तभी एक व्यक्ति पार्किंग कर्मचारी बनकर उनकी कार में आकर बैठ गया और कार लेकर फरार हो गया, जिसमें दोनों बच्चे बैठे थे।
फिरौती की मांग और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
आरोपी ने बच्चों को धमकाकर शांत रहने को कहा और गाड़ी चलाते समय दूसरे मोबाइल फोन से बच्चों के माता-पिता को फोन करके 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। सूचना मिलते ही, पुलिस ने तुरंत आरोपी और बच्चों का पता लगाने के लिए दो टीमें बनाई।
टीमों का गठन और पीछा अभियान
एक टीम का नेतृत्व शकरपुर थाना प्रभारी (एसएचओ) कर रहे थे, जिनके साथ बच्चों की मां भी थीं, जबकि दूसरी टीम का नेतृत्व लक्ष्मी नगर थाने के एसएचओ कर रहे थे और बच्चों के पिता उनके साथ थे। पुलिस अधिकारियों की करीब 20 गाड़ियों द्वारा तीन घंटे तक पीछा करने के बाद, अपहरणकर्ता ने बच्चों के साथ समयपुर बादली इलाके के पास कार छोड़ दी और भाग निकला। इस बीच आरोपी ने दिल्ली की सड़कों पर 100 किलोमीटर से अधिक समय तक गाड़ी चलाई।
सफल बचाव और आरोपी की तलाश
पुलिस बच्चों को बचाने में कामयाब रही, जो सुरक्षित हैं। बच्चों को उनके माता-पिता को सौंप दिया गया। गहने, मोबाइल फोन समेत कार में रखी मूल्यवान वस्तुएं भी सुरक्षित मिलीं, क्योंकि पुलिस के लगातार पीछा करने के कारण अपहरणकर्ता इन्हें ले जाने में असमर्थ रहा। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दलों का गठन किया गया है।
निष्कर्ष
इस घटना में दिल्ली पुलिस की तत्परता और कुशलता ने अपहरण की गंभीर स्थिति को सफलतापूर्वक सुलझा लिया। पुलिस ने बच्चों को सुरक्षित बचाकर उनके माता-पिता को सौंप दिया, जिससे एक बड़ा संकट टल गया। आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं, और पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि वे इस मामले में कोई ढील नहीं देंगे।