छत्तीसगढ़ के सक्ति जिले में मिशन चौक पर शनिवार रात एक भयावह हादसा हुआ जिसने न केवल तीन परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे क्षेत्र को आक्रोश और शोक से भर दिया।
कैसे हुआ हादसा?
रात के अंधेरे में तीन युवक बाइक से पिहरीद की ओर जा रहे थे।
पेट्रोल पंप के पास सामने से आ रहे हार्वेस्टर से टकरा गए।
हार्वेस्टर चालक ने धान कटाई के बाद भी खतरनाक कटर नहीं हटाया था, जो आमतौर पर केवल खेतों में इस्तेमाल होता है। यही लापरवाही मौत की वजह बनी।
मौत इतनी भयानक थी कि…
- एक युवक का सिर धड़ से अलग हो गया।
- तीनों युवकों के शरीर के अंग कटकर अलग हो गए।
- हादसा इतना गंभीर था कि मौके पर ही तीनों की मौत हो गई।
हादसे के बाद क्या हुआ?
- हार्वेस्टर चालक मौके से फरार हो गया।
- गांव वालों ने गुस्से में देर रात थाने का घेराव किया।
- रविवार सुबह ग्रामीणों ने 4 घंटे तक सक्ती-छपोरा-जैजैपुर मुख्य मार्ग जाम कर दिया।
- चक्काजाम से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
आखिरकार, पुलिस के कार्रवाई के आश्वासन के बाद जाम समाप्त किया गया।
कौन थे मृतक?
तीनों मृतक ग्राम सतगढ़ के निवासी थे:
- नागेश्वर पिता दाऊलाल
- शेर सिंह पिता परदेशी
- तीसरे युवक की पहचान भी ग्रामवासी के रूप में हुई है।
इस हादसे से उठते सवाल
- क्या खेतों में उपयोग होने वाली भारी मशीनें रिहायशी क्षेत्रों में यूं ही चल सकती हैं?
- बिना चेतावनी चिन्ह, बिना सुरक्षात्मक उपायों के कैसे एक हार्वेस्टर सड़क पर घूम सकता है?
- क्या कटर हटाने का नियम केवल कागजों में है?
ग्रामीणों की मांग
- फरार हार्वेस्टर चालक की गिरफ्तारी
- मशीन मालिक पर गैर इरादतन हत्या का मामला
- मृतकों के परिवारों को मुआवजा और सरकारी नौकरी
- रिहायशी क्षेत्रों में कृषि मशीनों के आवागमन पर रोक
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, एक प्रशासनिक चेतावनी है।
अगर मशीनों की मॉनिटरिंग, ग्रामीण सड़क सुरक्षा, और प्रभावी लाइसेंसिंग नहीं हुई,
तो मशीनें खेतों से ज़्यादा सड़कों पर लाशें बोएंगी।