बिलासपुर एयरपोर्ट: मौसम की परवाह किए बिना अब उतर सकेंगे विमान!

बिलासपुर: अब खराब मौसम, कोहरा या बारिश भी बिलासपुर के बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट (चकरभाठा) की उड़ानों में बाधा नहीं बन पाएंगे। एयरपोर्ट को स्पेशल वीएफआर (विजुअल फ्लाइट रूल्स) संचालन की मंजूरी मिल गई है। इसका मतलब है कि कम दृश्यता (2800 मीटर) में भी विमान सुरक्षित रूप से उतर और उड़ान भर सकेंगे।

नए बदलावों की मुख्य बातें:

  • कम दृश्यता में भी उड़ानें: 5000 मीटर की न्यूनतम दृश्यता की तुलना में, अब 2800 मीटर दृश्यता में भी विमान उतर और उड़ान भर सकेंगे।
  • प्रशिक्षित स्टाफ: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) मुख्यालय द्वारा चकरभाठा एयरपोर्ट के कर्मचारियों को 7 दिवसीय विशेष वीएफआर प्रशिक्षण दिया गया है।
  • रात में उड़ानें: नाइट लैंडिंग के लिए रनवे की लंबाई बढ़ाने और आवश्यक सुविधाओं का निर्माण कार्य जारी है। लाइसेंस मिलने के बाद रात में भी उड़ानें संभव होंगी।
  • आपातकालीन सेवाएं: फायर सर्विस रूट और एयरक्राफ्ट हैंगर का निर्माण आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए किया गया है।

इन बदलावों का महत्व:

  • कनेक्टिविटी में वृद्धि: खराब मौसम के कारण उड़ान रद्द या डायवर्ट होने की समस्या अब खत्म हो जाएगी, जिससे बिलासपुर की हवाई कनेक्टिविटी में वृद्धि होगी।
  • यात्रियों के लिए सुविधा: यात्रियों को अब मौसम की चिंता किए बिना अपनी यात्रा की योजना बना सकेंगे।
  • व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा: बेहतर हवाई संपर्क से व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

निष्कर्ष:

चकरभाठा एयरपोर्ट को स्पेशल वीएफआर संचालन की मंजूरी मिलना बिलासपुर और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इससे हवाई यात्रा अधिक सुगम और विश्वसनीय हो जाएगी, जिससे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।