मरवाही: अप्रैल महीने के शुरू होते ही मरवाही जिले में जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं। शुक्रवार को दानीकुंडी सागौन प्लांट में भी आग लग गई। वन विभाग को सूचना देने के बावजूद शाम तक कोई कर्मचारी आग बुझाने नहीं पहुंचा।
आग लगने का कारण:
- गर्मी में सूखी पत्तियों के बीच घर्षण से दावानल
- महुआ बिनने वालों द्वारा महुआ के नीचे सफाई के लिए लगाई गई आग
स्थानीय लोगों का कहना:
- जंगलों में सूखे पत्तों की भरमार है, जिसके कारण छोटी सी आग भी तेजी से फैल जाती है।
- वन विभाग द्वारा गांवों में फायर वाचर नियुक्त किए जाते हैं, जिनका काम आग पर नजर रखना और उसे बुझाना होता है।
- लेकिन मरवाही में घंटों से लगी आग पर कर्मचारियों ने ध्यान नहीं दिया, जिससे जंगल के एक बड़े हिस्से को नुकसान पहुंचा है।
वन विभाग का कहना:
- अभी तक इस मामले पर कोई बयान नहीं आया है।
यह घटना पर्यावरण के लिए चिंताजनक है। वन विभाग को जल्द से जल्द इस पर ध्यान देना चाहिए और उचित कार्रवाई करनी चाहिए।
यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जो जंगलों में आग लगने से रोकने में मदद कर सकते हैं:
- गर्मी के मौसम में जंगलों में जाने से बचें।
- यदि आपको जंगल में आग दिखाई दे, तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें।
- जंगलों में जलने वाली कोई भी चीज न छोड़ें।
- बच्चों को जंगल में आग जलाने के खतरों के बारे में सिखाएं।
हम सब मिलकर मिलकर जंगलों को बचाने की जिम्मेदारी ले सकते हैं।