रायपुर में, लोकसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर, कांग्रेस पार्टी आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रही है। आयकर विभाग ने पार्टी को 1823 करोड़ रुपये का भारी भरकम नोटिस थमा दिया है, जिससे पार्टी में हलचल मच गई है। इस नोटिस के जवाब में, कांग्रेस ने प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।
मुख्य बिंदु:
- आयकर विभाग का कार्रवाई: आयकर विभाग द्वारा कांग्रेस पार्टी को भेजा गया है 1823 करोड़ रुपये का नोटिस।
- विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा: कांग्रेस ने प्रदेश भर में मशाल जुलूस और प्रत्याशियों के प्रदर्शन की योजना बनाई।
- विपक्ष की प्रतिक्रिया: विपक्ष ने इसे केंद्र सरकार की ओर से कांग्रेस को आर्थिक रूप से कमजोर करने की साजिश बताया।
- बैंक खातों पर कार्रवाई: फरवरी में राष्ट्रीय कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज करने की कोशिश की गई थी।
सारांश:
कांग्रेस पार्टी पर आयकर विभाग की ओर से बड़ा आर्थिक दबाव बनाया जा रहा है। 1823 करोड़ रुपये के नोटिस ने पार्टी के रणनीतिकारों को गहरी चिंता में डाल दिया है। विपक्ष का आरोप है कि यह सब कुछ केंद्र सरकार के इशारे पर हो रहा है, जिसका उद्देश्य कांग्रेस को आर्थिक रूप से कमजोर करना है।
इसके जवाब में, कांग्रेस ने प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है, जिससे इस मामले की गंभीरता का पता चलता है। इस आर्थिक और राजनीतिक घमासान का परिणाम क्या होगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी के लिए आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण होंगे।