केंद्रीय परिवहन विभाग के द्वारा बिलासपुर में ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर की स्थापना के बाद भी ठेकेदारों के द्वारा अवैध वसूली की जा रही है। यहां हैवी गाड़ियों से वसूली के मामले खासतौर पर उजागर हो रहे हैं।.
मुख्य प्रमुखताएँ:
- ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर की स्थापना के बाद भी बिलासपुर में ठेकेदारों के द्वारा अवैध वसूली की जा रही है।
- हैवी गाड़ियों से 2 हजार रुपए और ऑटो से 15 सौ रुपए की अवैध वसूली की जा रही है।
- ठेकेदारों द्वारा वाहन मालिकों को पैसा नहीं देने पर उनका फिटनेस परीक्षण फेल कर दिया जा रहा है।
- मीडिया को फिटनेस सेंटर के अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है और ठेकेदारों द्वारा अवैध वसूली का मामला भी छिपाया जा रहा है।
- जिला परिवहन विभाग को भी इस मामले में संलिप्त होने का आरोप लगा है।
संक्षिप्त में:
ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर की स्थापना के बावजूद, अवैध वसूली के मामले बिलासपुर में अब भी सामने आ रहे हैं। इसमें मीडिया की रुकावट और ठेकेदारों द्वारा अवैध वसूली का मामला उजागर है।