दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़: नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को एक बड़ी घटना में 18 नक्सलियों, जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं, ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। यह आत्मसमर्पण राज्य पुलिस द्वारा चलाए जा रहे पुनर्वास अभियान ‘लोन वर्राटू’ का एक महत्वपूर्ण परिणाम है, जिसका मकसद नक्सलियों को मुख्यधारा में वापस लाना है।
- आत्मसमर्पण करने वालों में शामिल हैं तीन महिलाएं: ये सभी नक्सली भैरमगढ़ और मलांगेर एरिया कमेटी में सक्रिय थे।
- ‘लोन वर्राटू’ अभियान का प्रभाव: यह अभियान जून 2020 में शुरू किया गया था, जिसके तहत अब तक कुल 738 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
- नक्सली गतिविधियाँ: आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर सड़कें खोदने, पेड़ गिराने और बंद के दौरान पोस्टर और बैनर लगाने का आरोप था।
- पुनर्वास नीति: आत्मसमर्पण करने वालों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी।
यह घटना दंतेवाड़ा जिले में शांति और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। राज्य पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों से इस तरह के परिवर्तन संभव हो पाए हैं, जिससे अब अधिक नक्सली विचारधारा को त्याग कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं।