कोरबा: भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के दौरान एन्टी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर ने 22 अप्रैल को एक अहम गिरफ्तारी की। इस गिरफ्तारी के बाद, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित शाखा पाली के ब्रांच मैनेजर अमित दुबे और कैशियर आशुतोष तिवारी को भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ा गया।
- रिश्वत का मामला: गिरफ्तारी के आरोप के अनुसार, एक किसान से रिश्वत देने की मांग की गई थी जिसमें ब्रांच मैनेजर और कैशियर शामिल थे।
- सत्यापन: शिकायत के बाद, एन्टी करप्शन ब्यूरो ने सत्यापन किया और शिकायत की जांच के बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई की।
- कार्रवाई का परिणाम: आरोपियों द्वारा रिश्वत की मांग करने पर राशि को काटकर प्रार्थी को शेष राशि दी गई, और फिर बाद में एसीबी द्वारा रिश्वत की राशि को बरामद किया गया।
- आरोपियों की गिरफ्तारी: आरोपियों के खिलाफ धारा सात भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की गई है।
- अधिकारियों की कार्रवाई: एंटी करप्शन की टीम ने कार्रवाई के लिए कोरबा में कई बैंक कार्यालयों की छानबीन की, और समय-समय पर ऐसे मामलों का सत्यापन करती रहती है।
इस घटना से सामाजिक संरक्षण और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक और कदम बढ़ा है। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई के जरिए सामाजिक न्याय को सुनिश्चित किया जा रहा है।