बिना कोचिंग, सिविल सेवा परीक्षा में सफल: ग्रामीण बैकग्राउंड से आईएएस बनने की कहानी

बिना कोचिंग, सिविल सेवा परीक्षा में सफल: ग्रामीण बैकग्राउंड से आईएएस बनने की कहानी:
संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं, और इसमें छत्तीसगढ़ से चार अभ्यर्थियों ने अपनी सफलता का प्रमाण दिया है। इनमें से एक है प्रीतेश सिंह राजपूत, जो बिना कोचिंग केवल ऑनलाइन गाइडेंस के साथ सिविल सेवा परीक्षा में सफल हुए हैं।

बिना कोचिंग, सिविल सेवा परीक्षा में सफल: ग्रामीण बैकग्राउंड से आईएएस बनने की कहानी
बिना कोचिंग, सिविल सेवा परीक्षा में सफल: ग्रामीण बैकग्राउंड से आईएएस बनने की कहानी
  • प्रीतेश सिंह राजपूत ने यूपीएससी में दूसरी बार अपना स्थान बनाया है, और इस बार भी 697 रैंक प्राप्त किया है।
  • उनके पिता मैकेनिक का काम करते हैं, और वह एक ग्रामीण परिवार से हैं।
  • प्रीतेश ने बिना कोचिंग केवल गाइडेंस के साथ अपनी शिक्षा पूरी की है, और उन्होंने अपने गांव के सरकारी स्कूल से पढ़ाई शुरू की थी।
  • उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान पड़ोसी गांव के एक प्राइवेट स्कूल से भी शिक्षा प्राप्त की।
  • उन्होंने अपने अध्ययन के साथ-साथ व्यापम और अन्य परीक्षाओं में भी सफलता प्राप्त की है।
  • प्रीतेश वर्तमान में मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में डिप्टी कलेक्टर के पद पर काम कर रहे हैं, लेकिन वे अपने वर्तमान रैंक से संतुष्ट नहीं हैं और आईएएस बनने की तैयारियों में जुटे हैं।

Conclusion:
प्रीतेश सिंह राजपूत की इस सफलता ने ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले छात्रों को प्रेरित किया है और साबित किया है कि मेहनत और सही गाइडेंस के साथ कोई भी अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकता है।