छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के ग्राम जोरातराई (सिलौटी) में साहू समाज से आने वाले एक शिक्षक दंपति ने एक अनोखा संदेश दिया है। उन्होंने अपने विधुर हो चुके दमांद के लिए एक नया मोड़ दिखाते हुए उनका पुनर्विवाह करवाया।
मुख्य बिंदु:
- शिक्षक दंपति ने दमांद के लिए योग्य कन्या का चयन किया।
- पहले विवाह में हुई दुखद घटना के बाद उन्होंने नए रिश्ते को स्वीकार किया।
- समाज में इस नेक कार्य की प्रशंसा हुई।
सारांश:
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के ग्राम जोरातराई में साहू समाज से आए शिक्षक दंपति ने दमांद के लिए अपने पहले के विवाह के दुःखद अनुभव के बावजूद एक नया संदेश दिया है। उन्होंने अपने दमांद के लिए एक योग्य कन्या का चयन कर पुनर्विवाह का कार्य संपन्न किया। इस नेक कार्य के जरिए उन्होंने समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि विधवा और दमांद को समाज में सम्मान और स्थान मिलना चाहिए। इस नए परिणाम के रूप में, उन्हें समाज में प्रशंसा की जा रही है और उनके यह कदम समाज में एक उत्तम उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है।