सरगुजा, छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए उपमंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) समेत चार लोगों को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
घटना का विवरण
उदयपुर क्षेत्र के एसडीएम भागीरथी खांडे, होमगार्ड कविनाथ सिंह, क्लर्क धरमपाल और सहायक अबीर राम को एक ग्रामीण से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो के दल ने सक्रिय भूमिका निभाई।
शिकायत और जांच
जजगा गांव के निवासी कन्हाई राम बंजारा ने एसीबी को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके और उसके परिवार के नाम पर जो जमीन है, उस पर उसके पिता के बड़े भाई (ताऊ) ने तहसील कार्यालय में आवेदन देकर जमीन को अपने नाम करने की कोशिश की थी। तहसीलदार के आदेश के खिलाफ बंजारा के ताऊ ने एसडीएम खांडे के पास अपील दायर की थी।
रिश्वत की मांग
एसडीएम खांडे ने बंजारा और उसके परिजनों के पक्ष में आदेश पारित करने के लिए बंजारा से 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। बंजारा ने एसीबी को इस मांग की सूचना दी और एसीबी के दल ने योजना बनाई।
रंगे हाथों गिरफ्तारी
आज शाम बंजारा ने एसडीएम खांडे के पास 50 हजार रुपए लेकर पहुंचा। खांडे ने राशि को क्लर्क धरमपाल को लेने का आदेश दिया। धरमपाल ने यह रकम सहायक अबीर राम को दी और अबीर ने इसे खांडे के पास पहुंचाया। खांडे ने फिर यह रकम अपने गार्ड कविनाथ को देने के लिए कहा।
एसीबी की टीम ने तत्परता दिखाते हुए सभी आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम समेत चारों आरोपियों को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।
निष्कर्ष
यह गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण कदम है जो बताता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाइयों में सरकार कितनी गंभीर है। इस प्रकार की कार्रवाइयां न केवल प्रशासनिक सुधार लाने में मददगार होती हैं, बल्कि जनता का विश्वास भी बढ़ाती हैं। जनता को चाहिए कि वे ऐसे मामलों में निडर होकर शिकायत करें और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं।