सीतापुर थाने का मामला, पारिवारिक विवाद में लिया जानलेवा मोड़
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के भैंसाखार गांव में एक निलंबित पटवारी द्वारा अपने साले की कुल्हाड़ी से हत्या करने का मामला सामने आया है। आरोपी निलंबित पटवारी मनोज, जो मध्यप्रदेश के जबलपुर में कार्यरत था, वर्तमान में अपनी पत्नी और बच्चे के साथ ससुराल में रह रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है।
प्रमुख बिंदु:
- हत्या की घटना: आरोपी ने अपने साले की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी।
- गिरफ्तारी: पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
- परिवार की स्थिति: घटना के बाद से परिवार काफी परेशान है।
- सस्पेंशन का कारण: आरोपी को ड्यूटी के दौरान शराब पीने के कारण निलंबित किया गया था।
- परिवार का बयान: परिजनों का कहना है कि आरोपी ने शराब छोड़ दी थी, लेकिन उसका व्यवहार गलत था।
- कानूनी कार्यवाही: आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
घटना का विस्तार:
सीतापुर थाने के अंतर्गत आने वाले भैंसाखार गांव में यह दर्दनाक घटना घटी। आरोपी मनोज पिछले एक महीने से अपने ससुराल में रह रहा था। पारिवारिक विवाद के चलते एक दिन मनोज ने अपने साले पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस को सूचना मिलते ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि विवाद मामूली था, लेकिन गुस्से में आकर उसने यह कदम उठाया।
सस्पेंशन और पारिवारिक तनाव:
आरोपी मनोज जबलपुर में पटवारी के पद पर कार्यरत था। उसे ड्यूटी के दौरान शराब पीने के कारण निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद वह अपने ससुराल में रह रहा था। परिवार के अनुसार, मनोज ने शराब पीना छोड़ दिया था, लेकिन उसका व्यवहार हिंसक और असामान्य हो गया था। इस घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है और परिवार के बीच तनाव पैदा कर दिया है।
पुलिस ने इस मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है और आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जा रही है। इस हत्या ने एक बार फिर से पारिवारिक विवादों के बढ़ते हिंसक रूपों को उजागर किया है।