रायपुर: छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को एसीबी की टीमों ने बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर और कोंडागांव में अलग-अलग कार्रवाई करते हुए रिश्वत लेते चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इन अधिकारियों से 1 लाख रुपये से अधिक की रिश्वत राशि बरामद हुई है।
विभिन्न जिलों में कार्रवाई:
बिलासपुर:
- आरोपी: संतोष देवांगन, रेवेन्यू इंस्पेक्टर
- आरोप: जमीन के काम के लिए 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगना और लेना
- कार्रवाई: एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा, 1 लाख रुपये रिश्वत राशि बरामद
रायगढ़:
- आरोपी: मिलन भगत, डिप्टी रेंजर
- आरोप: झाड़फूंक करने वाले व्यक्ति से जंगली मुर्गा मारने के मामले में जेल भेजने की धमकी देकर 8,000 रुपये रिश्वत मांगना और 5,000 रुपये लेना
- कार्रवाई: एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा, 5,000 रुपये रिश्वत राशि बरामद
अंबिकापुर:
- आरोपी: बालकृष्ण चौहान, सहायक संचालक (सर्वे) और नीलेश्वर कुमार ध्रुव, सहायक मानचित्रकार
- आरोप: अनापत्ति प्रमाणपत्र देने के लिए 35,000 रुपये की रिश्वत मांगना और लेना
- कार्रवाई: एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा, 35,000 रुपये रिश्वत राशि बरामद
कोंडागांव:
- आरोपी: टी.आर. मेश्राम, कार्यपालन अभियंता, जल संसाधन विभाग
- आरोप: ठेकेदार से सप्लीमेंट्री कार्य के लिए रिश्वत मांगना
- कार्रवाई: एसीबी ने कार्यपालन अभियंता के सरकारी आवास से 50,000 रुपये रिश्वत राशि बरामद
गौरतलब बातें:
- कोंडागांव में यह कार्रवाई जल संसाधन विभाग के एक अन्य अधिकारी के खिलाफ रिश्वत के आरोप में पिछले साल की गई कार्रवाई के बाद की गई है।
- रायगढ़ में डिप्टी रेंजर पर कार्रवाई हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस द्वारा कार्यालय में लेनदेन और रिश्वत की शिकायतों पर लगाई गई फटकार के बाद की गई है।
- एसीबी की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने और राज्य में ईमानदार शासन सुनिश्चित करने के सरकार के संकल्प को दर्शाती है।
यह घटना सरकारी अधिकारियों द्वारा रिश्वतखोरी की बढ़ती समस्या पर प्रकाश डालती है। नागरिकों को ऐसे मामलों की शिकायत एसीबी या अन्य संबंधित अधिकारियों से करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।