रायपुर में ऑनलाइन सट्टा एप महादेव सट्टा को संरक्षण देने वाले पुलिस अधिकारियों की परेड ईओडब्ल्यू कार्यालय में जारी
- पुलिस निरीक्षक गिरीश तिवारी से दो दिनों तक पूछताछ: निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा और सटोरिए सतीश चंद्राकर के बयान के बाद, गिरीश तिवारी को ईओडब्ल्यू में तलब किया गया।
- महादेव सट्टा से जुड़ी रकम लेने का आरोप: सूत्रों के अनुसार, गिरीश तिवारी हर महीने रायपुर के नगर घड़ी चौक में स्थित एक पान दुकान से महादेव सट्टा की रकम लेते थे।
- ईओडब्ल्यू द्वारा पान दुकान संचालक की जांच: यह अभी स्पष्ट नहीं है कि पान दुकान संचालक की इसमें कोई भूमिका थी या नहीं, लेकिन ईओडब्ल्यू उसे भी तलब करने की तैयारी में है।
- ईडी और भाजपा वीडियो में भी गिरीश तिवारी का नाम: ईडी की जांच और भाजपा द्वारा चुनावों से पहले जारी किए गए एक वीडियो में भी गिरीश तिवारी का नाम सामने आया था।
- चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर और सुनील दम्मानी ने गिरीश तिवारी से संबंधों की बात कबूली: तीनों आरोपियों ने गिरीश तिवारी को हर महीने दी जाने वाली वसूली की राशि और उसके बंटवारे का विवरण भी दिया।
- गिरीश तिवारी ने आरोपों से इनकार: गिरीश तिवारी ने आरोपियों को पहचानने और रकम लेने से इनकार किया है।
- आमने-सामने पूछताछ: तीनों आरोपियों को बारी-बारी से गिरीश तिवारी के साथ बिठाकर आमने-सामने पूछताछ की गई है।
अगले चरण:
- ईओडब्ल्यू पान दुकान संचालक से पूछताछ करेगा।
- गिरीश तिवारी से आगे भी पूछताछ जारी रह सकती है।
- ईओडब्ल्यू इस मामले में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश कर सकता है।
यह मामला रायपुर में ऑनलाइन सट्टेबाजी के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह देखना बाकी है कि ईओडब्ल्यू की जांच में क्या और खुलासे होते हैं।