कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजभवन में ठहराव का विवाद कानूनी और नैतिक दृष्टिकोण से गलत है। उनके मुताबिक, ऐसा करना संवैधानिक रूप से राज्यपाल के आधिकारों का उपयोग होता है और यह चुनाव प्रक्रिया पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। इस तरह की चर्चा लोकतंत्र की निष्पक्षता को प्रभावित कर सकती है और चुनाव के प्रक्रियात्मक तंत्र को कमजोर कर सकती है।
कांग्रेस कमेटी के अनुसार, ऐसा कार्य प्रधानमंत्री के चुनावी लाभ के लिए हो रहा है और इससे पूरे राज्य में चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। राज्यपाल के निवास स्थान का उपयोग चुनावी कार्य में लगे सभी सरकारी अधिकारियों की निष्पक्षता को भी प्रभावित कर सकता है और इससे चुनावी प्रक्रिया पर संदेह उत्पन्न हो सकता है।
कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू के समर्थन में वार्ता करते हुए कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने इस घटना को बुरी तरह से नकारा और इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव प्रक्रिया के खिलाफ है और कांग्रेस इसे पुरजोर विरोध करेगी।
आगामी कदम:
कांग्रेस अब चुनाव आयोग के पास इस मामले में शिकायत दर्ज करने की तैयारी कर रही है। इस मुद्दे पर आयोग की जल्दी से संज्ञान लेने की उम्मीद है।