छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED ने दर्ज की नई एफआईआर, घोटाले का आंकड़ा पहुंचा 2100 करोड़ के पार

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED ने दर्ज की नई एफआईआर, घोटाले का आंकड़ा पहुंचा 2100 करोड़ के पार

परिचय:

रायपुर: छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में नया मोड़ आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में इस मामले में एक नई प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। यह कदम सुप्रीम कोर्ट द्वारा रिटायर्ड IAS अधिकारी अनिल टुटेजा को इस मामले में राहत देने के एक दिन बाद आया है। ईडी का दावा है कि यह घोटाला 2100 करोड़ रुपये से अधिक का है, जो राज्य में शराब की खरीद और बिक्री से जुड़ा हुआ है।

मुख्य बिंदु:

  • नई FIR दर्ज: ईडी ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में नई एफआईआर दर्ज की है, जो इस मामले की गंभीरता को दर्शाता है।
  • सुप्रीम कोर्ट का निर्णय: सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में शामिल रिटायर्ड IAS अधिकारी अनिल टुटेजा को राहत प्रदान की थी।
  • घोटाले की राशि: ईडी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में 2100 करोड़ रुपए से ज्यादा का शराब घोटाला हुआ है।
  • पूर्व आबकारी मंत्री की भूमिका: इस घोटाले में तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा समेत अन्य अधिकारियों की संलिप्तता का आरोप है।
  • जांच में जुटी एजेंसियां: ACB-EOW लगातार इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं, और आरोपी कारोबारियों से पूछताछ जारी है।
  • किंगपिन के रूप में अनवर ढेबर: अनवर ढेबर को इस घोटाले का मुख्य सूत्रधार या ‘किंगपिन’ बताया गया है।

सारांश:

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामला दिन-ब-दिन जटिल होता जा रहा है। ED द्वारा नई FIR दर्ज किए जाने और घोटाले की राशि के 2100 करोड़ रुपये से अधिक होने का दावा, इस मामले की गंभीरता को बढ़ा देता है। जांच एजेंसियां लगातार इस मामले के तार उलझाने में लगी हुई हैं, और इससे जुड़े व्यक्तियों से पूछताछ कर रही हैं। राजनीतिक, प्रशासनिक और व्यावसायिक हलकों में इस घोटाले की गूंज सुनाई दे