2025

एक शिक्षक की जिद, एक जनजाति की ज़िंदगी

सरगुजा के एक सन्नाटे भरे कोने में जब प्रदीप श्रीवास्तव की पोस्टिंग हुई, तो न कोई स्वागत था, न ही शिकायत। सिर्फ जंगल, खामोशी और कुछ टूटे-फूटे परिवार… कोरवा जनजाति…

सिर्फ एक धमाका नहीं, दो जिंदगियों की राख बनती कहानी है ये

रायपुर के अभनपुर में भारतमाला प्रोजेक्ट की चमक के पीछे दो मजदूरों की ज़िंदगी खाक हो गई। उत्तर प्रदेश से आए ये मजदूर—शायद घर से निकले थे दो वक़्त की…

IPL फिर से शुरू: क्रिकेट का बुखार फिर चढ़ेगा, लेकिन इस बार हालात अलग हैं

तो साथियों, वही हुआ जिसका अंदेशा था। जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर था, तब क्रिकेट की पिच भी कुछ देर के लिए खामोश हो गई थी। IPL—इस…

हमारे सभी पायलट सुरक्षित घर लौट आए हैं” – एयर मार्शल ए.के. भारती की पुष्टि

वह दिन भी आए, जब हमारी आकाश की अनंत ऊँचाइयों में उड़ान भरने वाले पायलट वापस लौटे। यह कोई सामान्य बात नहीं थी। यह एक समय था, जब भारत की…

Phulera की पंचायत फिर बुलाई गई है, सचिव जी कलम नहीं—अब आत्मा से लिखेंगे

आज की ये खबर किसी प्रधानमंत्री के भाषण से नहीं, एक गांव के पंचायत घर से आई है—जहां चाय का कप है, लेकिन उसमें चुनाव की गर्मी है।Phulera लौट रहा…

गोली की नहीं, गोला बरसेगा: जब सीजफायर सिर्फ एक शब्द भर रह गया

आज एक और सीजफायर टूटा, और इसके साथ टूट गई वह उम्मीद, जो हर बार बॉर्डर पर बंदूकें खामोश देखकर दिल में पलती है।शनिवार 10 मई को भारत और पाकिस्तान…

ब्रह्मोस अब लखनऊ से बोलेगी—जब युद्ध की ज़ुबान वैज्ञानिक बोले

इस देश में जब किसी शहर को मिसाइल निर्माण के लिए चुना जाता है, तो वहां विकास का एक नया अर्थ उगता है—जहाँ खेत नहीं, अब फायर एंड फॉरगेट उगेंगे।…

बस्तर की पटरियों पर दौड़ेगा विकास, या फिर एक और चुनावी आश्वासन

रेल की एक घोषणा फिर से आई है। वो भी बस्तर के नाम। रावघाट से जगदलपुर तक 140 किलोमीटर लंबी रेल लाइन को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है।…