बिलासपुर। शहर के अस्पतालों में साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डीएमएफ मद से बुनियादी जरूरतें तत्काल स्वीकृत कर पूरी की जा रही हैं। इन सुविधाओं में अब एक महत्वपूर्ण बदलाव यह हुआ है कि मरीजों को ओपीडी पर्ची कटवाने के लिए लाइन में खड़े होने की बाध्यता समाप्त कर दी गई है।
अब मरीज क्यूआर कोड स्कैन कर ओपीडी का पंजीयन कर सकते हैं। इसी तरह कोनी में बन रहा सिम्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तेज गति से आकार ले रहा है, जिसके संचालन की संभावना आगामी महीनों में है। इससे क्षेत्रवासियों को बड़ी चिकित्सकीय राहत मिलने की उम्मीद है।
कोनी में मल्टी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण
कोनी में सिम्स का मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तेजी से आकार ले रहा है। यह परियोजना पीएमएसएसवाई योजना के तहत भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा 200 करोड़ रुपये की महत्त्वाकांक्षी योजना है। अस्पताल में इस वर्ष अपनी सेवाएं शुरू करने की योजना है और इसका सिविल और इलेक्ट्रिकल कार्य पूरा होने वाला है।
105 विभिन्न उपकरणों की आपूर्ति के लिए हाइट्स द्वारा 56 उपकरण प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें से 23 की स्थापना हो चुकी है और शेष को स्थापित किया जा रहा है। सेवाएं शुरू करने के लिए कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति
अस्पताल में कार्डियोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, नेफ्रोलॉजी, और यूरोलॉजी जैसे छह सुपर स्पेशलिटी विभाग हैं। इनमें से यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी और एनेस्थेसिया विभागों में चार विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त किए जा चुके हैं। डायग्नोस्टिक सेवा विभागों में 10 रेजिडेंट डॉक्टरों की भी नियुक्ति की गई है और आगे की प्रक्रिया चल रही है।
सिम्स में सेवाएं दे रहे विशेषज्ञ
कोनी के सिम्स मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का काम पूरा नहीं हो सका है, ऐसे में वहां के लिए नियुक्त किए गए विशेषज्ञ चिकित्सक सिम्स में सेवाएं दे रहे हैं। सिम्स को विशेषज्ञों एवं रेजिडेंट्स की नियुक्ति के लिए डीएमएफ के माध्यम से कलेक्टर से आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है, जिससे यह संभव हो पाया है।
न्यूरोलॉजी ओपीडी सेवाएं और यूरोलॉजी ओपीडी सेवाएं प्रति सप्ताह दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को शुरू हो गई हैं। न्यूरोसर्जरी ओपीडी सेवाएं सप्ताह में दो दिन बुधवार और शनिवार को शुरू हो गई हैं। पिछले दो सप्ताह में न्यूरोसर्जरी में 49 मरीजों और न्यूरोलॉजी में 95 मरीजों ने ओपीडी सेवाओं का लाभ उठाया है। यूरोलॉजी विभाग में पिछले चार महीनों में बाह्य रोगी विभाग में 639 मरीजों और 112 शल्य चिकित्सा का लाभ मिला है।
एमआरआई और सीटी स्कैन सुविधा शुरू
सिम्स में सीटी स्कैन और एमआरआई उपकरण पिछले तीन सप्ताह से मेंटेनेंस के लिए बंद थे। संबंधित कंपनी को बुलाया गया और मेंटेनेंस स्टाफ ने बताया कि एयर कंडीशनिंग की समस्या के कारण मशीन काम नहीं कर पा रही थी। साथ ही पावर सप्लाई में ज्यादा वोल्टेज के कारण एयर कंडीशनिंग के उपकरण कार्य नहीं कर पा रहे थे।
लोक निर्माण विभाग की ई एंड एम शाखा और सीएसईबी द्वारा पावर सप्लाई सुधार के बाद समस्त एयर कंडीशनर्स को क्रियाशील कर लिया गया है। अब सीटी स्कैन और एमआरआई उपकरण भी चालू हो गए हैं, जिससे मरीजों को अत्याधुनिक तकनीकों से जांच और इलाज की सुविधा मिलने लगी है।