रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों में पीएम ई-बस सेवा शुरू करने की तैयारी जोरों पर है। रायपुर और दुर्ग में ई-चार्जिंग प्वाइंट बनाने के लिए तकनीकी स्वीकृति की प्रक्रिया चल रही है। महुआ दिल्ली ने छत्तीसगढ़ में 240 ई-बसें चलाने की स्वीकृति दी है, जिसमें रायपुर में 100, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर में 50-50, और कोरबा में 40 बसें शामिल हैं।
चार्जिंग प्वाइंट और सर्विसिंग सेंटर का निर्माण
सरकार द्वारा स्वीकृत इस परियोजना के तहत सभी स्थानों पर चार्जिंग प्वाइंट, सर्विसिंग सेंटर, और बस टर्मिनल का कार्यालय केंद्र सरकार के फंड से बनाया जाएगा। इसमें चार्जिंग प्वाइंट से लेकर सभी इलेक्ट्रिकल कार्यों का व्यय केंद्र और सिविल वर्क के लिए केंद्र से 70% और राज्य सरकार से 30% अंशदान रहेगा।
‘महुआ’ दिल्ली की पहल
मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अरबन अफेयर्स (महुआ) की स्टेट क्वार्डिनेटर एकता कपूर ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि राज्य के 5 शहरों में 240 पीएम ई-बस सर्विस शुरू करने की स्वीकृति महुआ ने दी है। ई-बस शुरू करने के पूर्व ई-चार्जिंग प्वाइंट, सर्विसिंग सेंटर, और कार्यालय भवन के निर्माण के लिए प्रस्ताव मंगाए जा चुके हैं। तकनीकी स्वीकृति मिलते ही सभी स्थानों पर ई चार्जिंग प्वाइंट और कार्यालय भवन के निर्माण का काम शुरू हो सकेगा।
बिलासपुर के कोनी में चार्जिंग प्वाइंट
बिलासपुर में ई-सिटी बस चलाने के लिए ई चार्जिंग प्वाइंट कोनी स्थित सिटी बस टर्मिनल में बनेगा। निगम कमिश्नर अमित कुमार के अनुसार, ई-सिटी बसों के संचालन के लिए आवश्यक तैयारियों में ई-चार्जिंग प्वाइंट और 2500 किलोवाट के विद्युत सब स्टेशन की स्थापना शामिल है। इलेक्ट्रिकल कार्यों पर करीब 5 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
देश भर में 10 हजार ई-बसें
पीएम बस सेवा योजना के तहत देश के 169 शहरों में 10 हजार ई-सिटी बसों का संचालन करने के लिए साल 2023 में केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी थी। योजना का लक्ष्य शहरवासियों को प्रदूषण मुक्त और सर्वसुविधायुक्त पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, और कोरबा में पीएम ई-बसों का संचालन चरणबद्ध ढंग से किया जाएगा। सभी शहरों में ई-बसों का संचालन पीपीपी मोड पर करने के लिए महुआ दिल्ली के स्तर पर टेंडर प्रक्रियाधीन है।