रायपुर, 27 मई 2025 – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सोमवार की शाम पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर के 125 से अधिक स्पा सेंटर्स पर एक साथ छापा मारा। यह कार्रवाई एएसपी और सीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में की गई, जिसमें महिला पुलिस बल भी शामिल था।

Raipur Spa Raid: रायपुर के 125 से ज़्यादा स्पा सेंटर्स पर पुलिस छापा, वसूली के आरोपों से मचा हड़कंप
Raipur Spa Raid: रायपुर के 125 से ज़्यादा स्पा सेंटर्स पर पुलिस छापा, वसूली के आरोपों से मचा हड़कंप

कार्रवाई के दौरान सभी स्पा सेंटर्स की कड़ी जांच, दस्तावेजों की स्क्रीनिंग और स्टाफ से पूछताछ की गई। जानकारी के अनुसार, कुछ स्पा सेंटरों में आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुई हैं जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है। लगभग 18 सेंटरों के मैनेजर और स्टाफ को हिरासत में लिया गया है, जिनसे थाने में पूछताछ जारी है।


छापेमारी में सफलता क्यों नहीं मिली?

पुलिस सूत्रों की मानें तो छापे की जानकारी पहले ही लीक हो गई थी, जिसके चलते सभी स्पा संचालक सतर्क हो गए थे। नतीजतन, छापेमारी के दौरान पुलिस को कोई ठोस सबूत या बड़ी गिरफ्तारी नहीं मिल पाई। देर रात तक किसी की आधिकारिक गिरफ्तारी नहीं की गई थी।


वसूली के आरोप: क्या पुलिस खुद शक के घेरे में है?

इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल पुलिस की भूमिका को लेकर खड़ा हो रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों को मिली शिकायतों के अनुसार, शहर के कई स्पा सेंटरों से पुलिस द्वारा हर महीने ₹3000 से ₹5000 तक की वसूली की जा रही थी। आरोपों में यह भी कहा गया है कि वसूली की यह रकम केवल थानों तक ही नहीं, बल्कि क्राइम ब्रांच तक पहुंच रही थी।

इन्हीं शिकायतों के बाद वरिष्ठ अफसरों ने नाराज़गी जताई और आनन-फानन में छापेमारी के आदेश जारी किए गए। हालांकि छापेमारी के नतीजे बेहद सीमित रहे।


जांच में क्या-क्या किया गया?

  • सभी स्पा सेंटर्स में स्टाफ का नाम और पहचान पत्र नोट किया गया।
  • सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए।
  • सभी दस्तावेजों की जांच की गई
  • कुछ जगहों से संदिग्ध वस्तुएं भी जब्त की गईं।

जनता का सवाल: क्या कार्रवाई असली है या सिर्फ दिखावा?

इस छापेमारी के बाद आम जनता के बीच एक बड़ा सवाल उठ रहा है –
क्या यह छापेमारी वास्तविक जाँच थी या फिर सिर्फ जवाबदेही से बचने का दिखावा?
क्या पुलिस विभाग के अंदर ही भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ चुका है कि कार्रवाई भी महज़ औपचारिकता बनकर रह गई है?


निष्कर्ष

रायपुर में हुई यह छापेमारी कई सवालों को जन्म देती है –

  • क्या स्पा सेंटर्स के नाम पर अवैध गतिविधियां चल रही थीं?
  • क्या पुलिस के कुछ अधिकारी खुद इस सिस्टम का हिस्सा बन चुके हैं?
  • क्या कार्रवाई के पहले लीक हुई जानकारी किसी अंदरूनी मिलीभगत का इशारा देती है?

जवाब तो आने वाले दिनों में सामने आएंगे, लेकिन इस छापेमारी ने रायपुर पुलिस और स्पा इंडस्ट्री दोनों की साख पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।