Editorial Staff

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पत्रकार के घर में घुसा गुंडाराज – पिता-पुत्र पर जानलेवा हमला

बिलासपुर से एक और डरावनी ख़बर…शहर में अब खबर बनाने वाले पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं, और उनके घर भी अब ‘प्रेस’ के बोर्ड से नहीं बचते। शेखर गुप्ता, दैनिक भास्कर में फोटो जर्नलिस्ट हैं। शुक्रवार की रात ऑफिस से…

दो मासूम, दो शव, एक बाइक और 10 हजार की शर्मनाक मांग

सरगुजा के सिलसिला गांव से एक दर्दनाक कहानी आई है। कहानी दो मासूम बच्चों की, जो खेलते-खेलते उस गड्ढे में समा गए, जिसे कभी विकास का गवाह बताया जाता है – ट्यूबवेल का सोखता गड्ढा। सिर्फ पांच साल की उम्र…

वंदे भारत फिर दौड़ेगी पूरी रफ्तार से – अब 1128 यात्रियों की होगी सवारी

वंदे भारत फिर दौड़ेगी पूरी रफ्तार से – अब 1128 यात्रियों की होगी सवारी

दोस्तों, एक बार फिर से पटरी पर लौट रही है उम्मीदों की गाड़ी… जी हां, हम बात कर रहे हैं बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की। देश की इस ‘मेड इन इंडिया’ शान को अब फिर से 16 डिब्बों के साथ…

सक्ति में दर्दनाक सड़क हादसा: हार्वेस्टर से टकरा कर 3 युवकों की मौत, ग्रामीणों का चक्काजाम

सक्ति में दर्दनाक सड़क हादसा: हार्वेस्टर से टकरा कर 3 युवकों की मौत, ग्रामीणों का चक्काजाम

छत्तीसगढ़ के सक्ति जिले में मिशन चौक पर शनिवार रात एक भयावह हादसा हुआ जिसने न केवल तीन परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे क्षेत्र को आक्रोश और शोक से भर दिया। कैसे हुआ हादसा? रात के अंधेरे में तीन…

शक, वायरल वीडियो और खुदकुशी: बिलासपुर में एक प्रेम कहानी का खौफनाक अंत

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक प्रेम प्रसंग ऐसा मोड़ ले गया जिसने न्याय, नैतिकता और नई पीढ़ी की सोच — तीनों को कठघरे में खड़ा कर दिया है। शुरुआत प्यार से, अंत अपराध और मौत पर देवनगर का संदीप पाड़े…

जब बिजली गुल हुई तो जनता पहुंची विधायक निवास

बिलासपुर की रातों में इन दिनों अंधेरा महज मौसम का हिस्सा नहीं रहा, यह एक प्रशासनिक असफलता का स्थायी अंधकार बन चुका है।जिस शहर को स्मार्ट कहा जा रहा था, वहां के मोहल्ले मोमबत्ती की रोशनी में रोष लिख रहे…

एक शिक्षक की जिद, एक जनजाति की ज़िंदगी

सरगुजा के एक सन्नाटे भरे कोने में जब प्रदीप श्रीवास्तव की पोस्टिंग हुई, तो न कोई स्वागत था, न ही शिकायत। सिर्फ जंगल, खामोशी और कुछ टूटे-फूटे परिवार… कोरवा जनजाति के लोग। ना बिजली, ना पानी, ना उम्मीद।और ऊपर से…

सिर्फ एक धमाका नहीं, दो जिंदगियों की राख बनती कहानी है ये

सिर्फ एक धमाका नहीं, दो जिंदगियों की राख बनती कहानी है ये

रायपुर के अभनपुर में भारतमाला प्रोजेक्ट की चमक के पीछे दो मजदूरों की ज़िंदगी खाक हो गई। उत्तर प्रदेश से आए ये मजदूर—शायद घर से निकले थे दो वक़्त की रोटी और कुछ सपनों की तलाश में—but लौटेंगे अब लकड़ी…