कांग्रेस के टिकट में घटने वाले बदलाव की संभावना: छत्तीसगढ़ में चुनावी गहराईः

Raipur: बिहार में गठबंधन के चलते कांग्रेस के हिस्से में सिर्फ 9 सीटें ही आई हैं जबकि वह 15-17 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी। इससे कांग्रेस अपने कई बड़े नेताओं को वहां टिकट नहीं दे पाई है। यहां तक कि पूर्णिया में भी वादे के मुताबिक पप्पू यादव को उमीदवार घोषित नहीं कर सकी। राजद ने वहां से अपना उमीदवार उतार दिया है।

ऐसे में पप्पू यादव ने आज वहां से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भर दिया है। इससे कांग्रेस-राजद के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में अब अटकलें लगाई जा रही है कि कांग्रेस बिहार के अपने कुछ बड़े नेताओं को पास के राज्यों में (झारखंड व छत्तीसगढ़) से उमीदवार बना सकती है।

ऐसी हवा है कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सीट से कांग्रेस ने देवेंद्र यादव को उमीदवार बनाया है जिसका लगातार विरोध हो रहा है। अब खबर आ रही है कि बिहार में स्थिति को संभालने कांग्रेस पप्पू यादव अथवा कन्हैया कुमार को मैदान में उतार सकती है। इससे बिहार से कांग्रेस के दो बड़े नेता टिकट से वंचित हो गए हैं।

बिहार में गठबंधन ने 9 सीट कांग्रेस को दी है जिसमें कन्हैया कुमार और पप्पू यादव जिन लोकसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे वह किसी अन्य के खाते में चले गई है। इससे उनके समर्थकों में असंतोष दिखाई दे रहा है।

संभावना की सिरहाने पर कई सवाल:

बिहार में कांग्रेस की स्थिति पर उठे कई सवाल हैं। क्या यह तबाही की ओर है या फिर नई रणनीतियों का परिणाम है? क्या कांग्रेस के बड़े नेताओं को अनदेखा किया जा रहा है? या फिर नयी उम्मीद के लिए कदम उठाया जा रहा है?