बिलासपुर। मस्तूरी थाना क्षेत्र में बदमाशों ने हथियार दिखाकर ट्रक से 500 लीटर डीजल लूट लिया। घटना पाराघाट टोल प्लाजा के पास की है, जहां कार सवार बदमाश जेरीकेन और ड्रम लेकर मौजूद थे। इन बदमाशों ने हाईवे पर अलग-अलग वाहनों के ड्राइवरों को धमकाया और उनकी गाड़ियों से डीजल निकालकर फरार हो गए।
घटना का विवरण
ड्राइवर ने बताया कि वह ओडिशा से ट्रक लेकर आ रहा था। रास्ते में ब्रेकडाउन होने के कारण उसने पाराघाट टोल प्लाजा के पास ट्रक को किनारे लगा दिया और केबिन में सो गया। देर रात उसकी नींद खुली तो देखा कि कुछ लोग एक गाड़ी से आकर ट्रक के पास उतरे और टैंक से डीजल निकालने लगे।
ड्राइवर को धमकी
जब ड्राइवर ने विरोध किया और केबिन से नीचे उतरने लगा, तो बदमाशों ने चाकू और धारदार हथियार निकालकर उसे धमकाया। बदमाशों ने कहा, “नीचे आया तो जान से मार देंगे।” डर के मारे ड्राइवर केबिन से ही सब कुछ देखता रह गया।
अन्य वाहनों से भी डीजल लूटा
बदमाश अपनी गाड़ी लेकर जांजगीर-चांपा की तरफ भाग गए। ड्राइवर ने आसपास के ट्रक ड्राइवरों को इस घटना की जानकारी दी। पता चला कि बदमाशों ने इसी अंदाज में दो और मालवाहक गाड़ियों से भी डीजल लूटा है। कुल मिलाकर बदमाश करीब 500 लीटर डीजल लूट कर ले गए।
हथियारों से लैस बदमाश
बताया जा रहा है कि धारदार हथियारों से लैस बदमाश चार पहिया वाहन में ड्रम लेकर आए थे। उन्होंने हाईवे किनारे खड़ी गाड़ियों को निशाना बनाया और डीजल निकालने के बाद वहां से भाग निकले।
पुलिस को सूचना
वाहन चालकों ने इस घटना की जानकारी अपने वाहन मालिकों को दी, जिसके बाद डायल 112 को सूचित किया गया। खबर मिलते ही डायल 112 की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिसकर्मियों ने ड्राइवर को मस्तूरी थाने में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी, लेकिन ड्राइवर ने दूर जाने की बात कहकर शिकायत नहीं की।
गैंग की सक्रियता और पुलिस की निष्क्रियता
बिलासपुर से रायगढ़ जाने वाली नेशनल हाईवे-49, बिलासपुर-रायपुर और बिलासपुर-कोरबा नेशनल हाईवे पर डीजल लूटने वाला गिरोह सक्रिय है। यह गैंग हथियारों से लैस रहता है और ड्राइवरों को डरा-धमकाकर डीजल लूटता है। इस तरह की घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल ड्राइवरों के लिए बल्कि क्षेत्र के सभी वाहन चालकों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। बदमाशों की इस हरकत ने पुलिस की निष्क्रियता और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उच्च अधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।