सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में शुक्रवार को CHO अनुपमा जलतारे के अपहरण की खबर आई, जिसे पुलिस ने चंद घंटों में ही सुलझा लिया। दरअसल, यह मामला अपहरण का नहीं बल्कि युवती के अपने बॉयफ्रेंड के साथ भागने का था। युवती ने किडनैपिंग की झूठी साजिश रचकर अपने परिवार से फिरौती मांगने के लिए फोन करवाया था।
झूठी साजिश की शुरुआत
युवती के भाई कुलेश्वर जलतारे ने पुलिस से शिकायत की थी कि वह अपनी बहन अनुपमा के साथ सक्ती आया था। इस दौरान अनुपमा फल लेने के लिए रुकी थी, तभी कुछ युवक आए और उसे अगवा कर ले गए। थोड़ी देर बाद, किडनैपर्स ने कुलेश्वर को फोन कर फिरौती की मांग की।
फिरौती की मांग और धमकी
किडनैपर ने कॉल कर 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी और धमकी दी कि अगर पैसे नहीं मिले तो वे अनुपमा के टुकड़े-टुकड़े कर फेंक देंगे। इस धमकी के बाद, पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर क्षेत्र की घेराबंदी कर किडनैपर्स की तलाश में जुट गई। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए।
जांच और सच्चाई का खुलासा
CHO अनुपमा के कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन की भी जांच की गई। जांच में अनुपमा की लोकेशन बिलासपुर में मिली। पुलिस की टीम जब बिलासपुर पहुंची तो अनुपमा अपने प्रेमी के साथ मिली। फिलहाल, युवती को सकुशल बरामद कर लिया गया है।
किडनैपिंग की पुष्टि नहीं हुई
फिरौती की मांग के समय बिलासपुर आईजी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया था कि सक्ती में अपहरण की एक शिकायत मिली है, जिसके आधार पर जांच की जा रही है। लेकिन जिस जगह पर अपहरण की बात कही जा रही थी, वहां से अपहरण की पुष्टि नहीं हो रही थी।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सटीक जांच से जटिल मामलों को भी जल्द सुलझाया जा सकता है। युवती की झूठी साजिश ने उसके परिवार और पुलिस को भारी परेशानी में डाल दिया, लेकिन पुलिस की सूझबूझ से मामला जल्द ही स्पष्ट हो गया। यह घटना समाज में जागरूकता और सच्चाई की महत्ता को भी उजागर करती है।