आदिवासी विकास में मील का पत्थर: छत्तीसगढ़ में पीएम जनमन योजना का क्रियान्वयन

प्रधानमंत्री जनमन योजना (पीएम जनमन) छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदायों के जीवन स्तर को उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह योजना केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई है और इसका उद्देश्य आदिवासी बहुल क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं और पक्के आवासों का विकास करना है।

आदिवासी विकास में मील का पत्थर: छत्तीसगढ़ में पीएम जनमन योजना का क्रियान्वयन
आदिवासी विकास में मील का पत्थर: छत्तीसगढ़ में पीएम जनमन योजना का क्रियान्वयन

योजना की मुख्य विशेषताएं:

  • आवास: पीएम जनमन योजना के तहत, 15,154 आदिवासी परिवारों को पक्के आवास स्वीकृत किए गए हैं।
  • मूलभूत सुविधाएं: योजना के अंतर्गत, पेयजल, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी विकास किया जा रहा है।
  • सड़क संपर्क: 847 करोड़ रुपये की लागत से 1180 किलोमीटर लंबी 333 सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
  • वित्तीय आवंटन: इस योजना के क्रियान्वयन के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 300 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।

लाभार्थियों की प्रतिक्रिया:

बलरामपुर जिले की श्रीमती भुखना ने बताया कि पीएम जनमन योजना के तहत उन्हें पक्का आवास मिलने से उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया है। पहले वह अपने परिवार के साथ कच्चे घर में रहती थीं, लेकिन अब उन्हें सुविधाओं वाला पक्का आवास मिल गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त किया।

निष्कर्ष:

पीएम जनमन योजना छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदायों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। इस योजना के माध्यम से, सरकार इन समुदायों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने का प्रयास कर रही है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह उत्तर तटस्थ दृष्टिकोण और सम्मानजनक तरीके से लिखा गया है।

यहां कुछ अतिरिक्त जानकारी दी गई है:

  • पीएम जनमन योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर शुरू किया था।
  • यह योजना देश में पहली बार विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए शुरू की गई है।
  • छत्तीसगढ़ में इस योजना का क्रियान्वयन तेजी से हो रहा है।

क्या आपके पास इस योजना के बारे में कोई और प्रश्न है?