रायपुर: छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव को गिरफ्तार किया है।
मुख्य बिंदु:
- अरुण पति त्रिपाठी, पूर्व विशेष सचिव (आबकारी) और पूर्व प्रबंध निदेशक (सीएसएमसीएल) को गुरुवार को बिहार से गिरफ्तार किया गया।
- एसीबी/ईओडब्ल्यू की विशेष न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी ने उन्हें 18 अप्रैल तक हिरासत में भेज दिया है।
- अनवर ढेबर (रायपुर महापौर के भाई) और अरविंद सिंह की भी हिरासत 18 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है।
- त्रिपाठी इस मामले में तीसरी गिरफ्तारी है।
- कथित शराब घोटाले में 70 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें कई कांग्रेस नेता और कंपनियां शामिल हैं।
- ईडी ने आरोप लगाया है कि वरिष्ठ अधिकारियों ने निजी व्यक्तियों के साथ मिलकर राज्य सरकार को नुकसान पहुंचाया और अवैध लाभ कमाया।
सारांश:
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में कई कांग्रेस नेता और कंपनियां भी शामिल हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले की जांच कर रही है।