12 अप्रैल 2024: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के रसेड़ा गांव में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां ढाई साल की मासूम बच्ची सृष्टि मरकाम की नहर में डूबने से मौत हो गई।
बच्ची, जो अपने दोस्तों के साथ खेल रही थी, अचानक घर के पास से गुजरने वाली माइनर नहर में गिर गई और पानी के तेज बहाव में बह गई। घटना 2.45 बजे के आसपास हुई।
बच्ची के साथ खेल रहे बच्चों ने तुरंत घटना की जानकारी उसके माता-पिता को दी। परिजनों और ग्रामीणों ने तुरंत बच्ची की तलाश शुरू की, लेकिन 30 मिनट की मशक्कत के बाद भी उसका पता नहीं चल पाया।
बाद में, बच्ची का शव घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर अर्जुनी और करूमहु के माइनर नहर में फंसा हुआ मिला।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है।
बच्ची की मौत से गांव में मातम छा गया है।
यह घटना जल सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है, खासकर छोटे बच्चों के लिए जो अक्सर खतरों से अनजान होते हैं।
यह घटना हमें निम्नलिखित बातों पर विचार करने के लिए प्रेरित करती है:
- बच्चों को पानी के आसपास सुरक्षा के बारे में शिक्षित करना:
- बच्चों को सिखाया जाना चाहिए कि वे अकेले कभी भी नहरों, तालाबों या अन्य जल निकायों के पास न जाएं।
- उन्हें यह भी सिखाया जाना चाहिए कि यदि वे पानी में गिर जाते हैं तो उन्हें क्या करना चाहिए।
- घरों के आसपास पानी के निकायों की सुरक्षा:
- खुले नहरों और तालाबों के आसपास मजबूत बाड़ लगाई जानी चाहिए।
- गहरे पानी वाले क्षेत्रों को स्पष्ट रूप से चिन्हित किया जाना चाहिए।
- बच्चों की देखरेख:
- जब बच्चे पानी के आसपास हों तो उन पर हमेशा वयस्कों की देखरेख होनी चाहिए।
यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हमारे बच्चे जल से जुड़ी दुर्घटनाओं से सुरक्षित रहें।